000 | 01059nam a2200217Ia 4500 | ||
---|---|---|---|
003 | OSt | ||
005 | 20240731150852.0 | ||
008 | 220128s9999 xx 000 0 und d | ||
020 | _a9788174534682 | ||
040 | _cCUS | ||
082 |
_a305.4 _bKUL/N |
||
100 |
_a कुलहरि, विजय लक्ष्मी _91500 |
||
245 | 0 | _aनारी विमर्श: दशा एवं दिशा | |
260 |
_a नई दिल्ली: _bसंजय प्रकाशन _c2021. |
||
300 | _axvi, 270p. | ||
500 | _aमुन्नू भंडारी के उपन्यासों के संदभॅ में | ||
505 | _a1. मन्नू भंडारी : जीवन दर्शन 2. मन्नू भंडारी के उपन्यास 3. नारी विमर्श 4. सामाजिक आधार पर मन्नू भंडारी के उपन्यासों में नारी-विमर्श | ||
650 |
_aनारी _91449 |
||
942 |
_2ddc _cWB16 _04 |
||
947 | _a895 | ||
999 |
_c210135 _d210135 |