000 | 00430nam a2200121Ia 4500 | ||
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999 |
_c182249 _d182249 |
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020 | _a9788126314836 | ||
040 | _cसी यू एस | ||
082 |
_a891.4308 _bKUM/J |
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100 | _aकुमार, जैनेन्द्र | ||
245 | 0 |
_a जैनेन्द्र रचनावली _cजैनेन्द्र कुमार |
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260 |
_aनई दिल्ली: _bभारतीय ज्ञानपीठ, _c2008. |
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300 | _a 12 v. (780 पी) | ||
505 | _aमन्थन साहित्य का श्रेय और प्रेय परिप्रेक्ष्य | ||
650 | _aजैनेन्द्र रचनावली | ||
700 | _aजैन, निर्मला, स | ||
942 | _cBOOKS |