ज्ञानरंजन

उपस्थिति का अर्थ - दिल्ली: सेतु प्रकाशन, 2020. - 192p.

1.हमको अपनी विधा पर मास्टरी करनी चाहिए
2.आकाश हम छु रहे हैं, जमीन खो रहे हैं
3.कविता से आपका अफेयर नहीं हैं तो
4. विकास की अवधारणा में गॉव कहॉ हैं ?

9789389830224

891.43309 / GYA/U