श्रोत्रिय, प्रभाकर

श्रीनरेश मेहता रचनावली: काव्य खंड; v. 2 - नयी दिल्ली: लोकभारती प्रकाशन, 2014 - 663p.

1.पिछले दिनों नंगे पैरो
2.देखना एक दिन
3.संशय की एक रात
4.महाप्रस्थान
5.प्रवाद पर्व
6.प्राथॅना पुरुष

9788180316531


काव्य खंड

891.4309 / SHR/S