उत्तर आधुनिक साहित्यिक विमर्श/ सुधीश पचौरी
Publication details: नई दिल्ली: वाणी प्रकाशन, 2000Description: 210 हार्डबाउण्डISBN: 8170554853DDC classification: 891.4309
Contents:
उत्तर-आधुनिकता के डर
मार्क्स ने कहा उत्तर-आधुनिकता
सिद्धांतिकी के संकट
फुको और साहित्य
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
---|---|---|---|---|---|---|
![]() |
Central Library, Sikkim University हिन्दी भाषा संकाय | 891.4309 PAC/U (Browse shelf(Opens below)) | Available | 46858 |
Total holds: 0
Browsing Central Library, Sikkim University shelves, Shelving location: हिन्दी भाषा संकाय Close shelf browser (Hides shelf browser)
No cover image available |
![]() |
![]() |
![]() |
No cover image available |
![]() |
![]() |
||
891.4309 NAW/H हिन्दी आलोचना का विकास/ | 891.4309 NAW/H हिंदी आलोचना का विकास/ | 891.4309 PAC/U उत्तर-आधुनिक साहित्यिक विमर्श / | 891.4309 PAC/U उत्तर आधुनिक साहित्यिक विमर्श/ | 891.4309 PAC/U उत्तर आधुनिक साहित्यिक विमर्श | 891.4309 PAL/S सृजन का अंतर्पाठ: उत्तर आधुनिक विमर्श/ | 891.4309 PAL/S सृजन का अंतर्पाठ: उत्तर आधुनिक विमर्श/ |
उत्तर-आधुनिकता के डर
मार्क्स ने कहा उत्तर-आधुनिकता
सिद्धांतिकी के संकट
फुको और साहित्य
There are no comments on this title.